जो'डलहौजी' न कर पाया वो ये हुक्काम कर देंगे
जो 'डलहौजी' न कर पाया वो ये हुक्काम कर देंगे
कमीशन दो तो हिंदुस्तान को नीलाम कर देंगे
सूरा औ सुंदरी के शौक में डूबे हुए रहबर
ये दिल्ली को रंगीले शाह का हम्माम कर देंगे
ये वन्देमातरम का गीत गाते हैं सुबह उठकर
मगर बाज़ार में चीजों के दुगने दाम कर देंगे
सदन में घूस देकर बच गयी कुर्सी तो देखोगे
ये अगली योजना में घूस खोरी आम कर देंगे
-Adam Gondvi=Shri Ramnath Singh
रविवार, 18 दिसंबर 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संत रैदास का बेगमपुरा : पहली व्याख्या
संत रैदास का बेगमपुरा : पहली व्याख्या ( कँवल भारती) भारत की अवैदिक और भौतिकवादी चिन्तनधारा मूल रूप से समतावादी रही है। इसी को चन्द...

-
मैं चाहता हूँ कि मनुस्मृति लागू होनी चाहिए ( कँवल भारती) मैंने अख़बार में पढ़ा था कि गत दिनों बनारस में कुछ दलित छात्रों ने म...
-
डॉ. आंबेडकर और जाति की राजनीति -एस. आर. दारापुरी , राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट डॉ. आंबेडकर दलित राजनीति के जनक म...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें